प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना


केंद्र सरकार की ओर से देश में कई प्रकार की योजनायें चलाई जाती हैं, ऐसी ही एक नयी योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी जी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद 'प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' की घोषणा की | इस योजना के अंतर्गत देश में 1 करोड़ घरों की छतों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाये जायेंगे |

इस लेख में निम्न बिंदुओं के अंतर्गत चर्चा की गयी हैं -

1-परिचय

2-प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना क्या हैं 

3-इस योजना के अंतर्गत किसे मिलेगा लाभ 

4-योजना के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स 

5-भारत की वर्तमान सौर ऊर्जा क्षमता 

6-सौर ऊर्जा आवश्यक क्यों

7-रूफटॉप सोलर प्रोग्राम-पूर्ववर्ती कार्यक्रम 

8-सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के लिए किये गये प्रयास

परिचय-

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना

प्रधानमंत्री मोदी जी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर लिखा कि "सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के समस्त भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं | अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प हैं कि भारतवासियों के घरों की छत पर उनका अपना सोलर पैनल रूफटॉप सिस्टम हो | केंद्र सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना प्रारंभ करेगी | इस योजना से गरीब एवम मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा साथ ही भारत ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा |"

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना क्या हैं-

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना एक केंद्र प्रायोजित योजना हैं| इस योजना के अंतर्गत 1 करोड़ से अधिक आवासीय उपभोक्ताओं के घरों की छतों पर सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करना शामिल हैं | इस योजना की सहायता से लोगों को ऊर्जा का एक स्वच्छ साधन मिलेगा| इसका लक्ष्य गरीबों और मध्यम वर्ग के बिजली बिल को कम करने के साथ-साथ भारत को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना हैं |

इस योजना के अंतर्गत किसे मिलेगा लाभ-

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना देश के गरीब तथा मध्यम वार्ड के लोगों के लिये प्रारम्भ होगी| फिलहाल सरकार की तरफ से अभी कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किये गए (23 जनवरी 2024 तक) | लेकिन बताया जा रहा हैं कि जिन परिवारों की आय 1.5 से 2 लाख से कम होगी, वे इस योजना से लाभान्वित हों | इस योजना के अंतर्गत 1 करोड़ लोगों को लाया जायेगा| सोलर पैनल लगने के बाद बिजली बिल में कमी आएगी | इस योजना का सबसे अधिक लाभ उन राज्यों को होगा जहाँ बिजली काफी ज्यादा महंगी है |

आवेदक-भारत का स्थायी निवासी हो |

आवेदकों की आय 1.5 से 2 लाख से कम हो | (अनुमानित)

आवेदक किसी भी सरकारी सेवा से जुड़ा न हो |

योजना के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स-

आवेदक का आधार कार्ड

निवास प्रमाण पत्र 

बिजली का बिल 

आवेदक का आय प्रमाण पत्र 

मोबाइल नंबर

बैंक पासबुक 

पासपोर्ट साइज़ फोटो

राशन कार्ड 

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भारत की वर्तमान सौर ऊर्जा क्षमता-

1-नवीन एवम नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के आंकड़ो के अनुसार दिसम्बर 2023 तक भारत में सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता लगभग 73.31 गीगावाट तक पहुंच गयी हैं |

2-दिसम्बर 2023 तक छत (रूफटॉप) पर सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता लगभग 11.08 गीगावाट हैं |

3-कुल सौर क्षमता के मामलें में राजस्थान 18.7 गीगावाट के साथ प्रथम स्थान पर हैं| जबकि गुजरात 10.5 गीगावाट के साथ द्वितीय स्थान पर हैं |

4-छत पर सौर क्षमता के मामलें में गुजरात 2.8 गीगावाट के साथ प्रथम तथा महाराष्ट्र 1.7 गीगावाट के साथ द्वितीय स्थान पर हैं 

5-देश की मौजूदा नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में सौर ऊर्जा की बड़ी हिस्सेदारी हैं, जो लगभग 180 गीगावाट हैं |

प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना
Source-Installed Capacity Report 2018-22 published by Central Electricity Authority(CEA)

सौर ऊर्जा आवश्यक क्यों-

1-विश्व ऊर्जा आउटलुक (IEA) में बताया गया हैं कि अगले 30 वर्षों में भारत में ऊर्जा मांग में काफी अधिक वृद्धि होगी | इस अधिक मांग को पूर्ण करने के लिये भारत को नए स्रोतों की आवश्यकता हैं |
2-वर्तमान समय में भारत अपनी अधिकांश ऊर्जा मांग को कोयला सयंत्र  से पूर्ण करता है तथा हॉल के वर्षों में भारत ने कोयला उत्पादन को दोगुना कर दिया |
3-साथ ही साथ सरकार का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 2030 तक 500 गीगावाट तक पहुंचाना हैं| इसके लिए सौर ऊर्जा क्षमता का विस्तार बहुत आवश्यक हैं |
4-भारत ने इस दिशा में काम भी किया हैं| 2010 में सौर ऊर्जा क्षमता 10 मेगावाट थी जोकि अब 2023 में 70.10 गीगावाट हो गयी हैं |

रूफटॉप सोलर प्रोग्राम-पूर्ववर्ती कार्यक्रम -

भारत सरकार ने सौर ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के लिए 2014 में भी एक कार्यक्रम 'रूफटॉप सोलर प्रोग्राम' की घोषणा की थी| इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओ के घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित करना था| इस योजना के अंतर्गत सरकार रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित करने के लिए उपभोक्ताओं को केंद्रीय वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती हैं तथा साथ ही साथ डिस्कॉम-वितरण कंपनियों को प्रोत्साहित करती हैं |
इस योजना का लक्ष्य-2022 तक रूफटॉप सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता को 40 गीगावाट तक बढ़ाना था,लेकिन यह लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सका परिणामस्वरूप सरकार ने समय सीमा 2022 से बढ़ा कर 2026 कर दी |
वर्तमान स्थिति -मार्च 2019- 1.8 गीगावाट तथा नवम्बर 2023-10.4 गीगावाट

सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के लिए किये गये प्रयास-

भारत सरकार ने सौर ऊर्जा सम्बंधित निम्न प्रकार के कार्यक्रम चलायें हैं-
1-राष्ट्रीय सौर मिशन 
2-अन्तराष्ट्रीय सौर गठबंधन -30 नवम्बर 2015 मुख्यालय-गुरुग्राम 
3-पीएम किसान ऊर्जा सुरक्षा एवम उत्थान महाभियान-PM KUSUM



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