हॉल ही में भारतीय सेना ने कम लागत वाले ड्रोन तथा लोइटरिंग म्यूनिशन के आगमन जिन्हें कामिकेज़ ड्रोन कहा जाता है, का सफल परीक्षण किया |भारत अपने स्वदेशी लोइटरिंग म्यूनिशन के साथ इस तकनीक को अपना रहा है, क्योंकि इसमें रक्षा रणनीति को नया रूप देने की क्षमता है |इस लेख में कामिकेज़ ड्रोन के बारे में तथा कामिकेज़ ड्रोन की प्रभावशीलता के विषय में चर्चा करेंगे |
कामिकेज़ ड्रोन क्या है-
लोइटरिंग म्यूनिशन, जिन्हें आत्मघाती ड्रोन या कामिकेज़ ड्रोन के रूप में भी जाना जाता है, मानव रहित हवाई वाहनों की निगरानी क्षमता को निर्देशित मिसाइलों की सटीकता के साथ जोड़ते है |पारंपरिक मिसाइलों के विपरीत जो एक निश्चित प्रक्षेप पथ का अनुसरण करते है, ये म्यूनिशन लक्ष्य क्षेत्र में घूमते है, सही समय पर लक्ष्यों की पहचान करते है तथा उन पर हमला करते है |कामिकेज़ ड्रोन की निम्नलिखित विशेषतायें है-
1-वे लक्ष्य के उभरने तक हवा में निष्क्रिय रूप से प्रतीक्षा करते है |
2-उनके पास सही समय पर ट्रैक करने तथा हमला करने की क्षमता है, जिससे सटीकता सुनिश्चित होती है |
3-वे लागत प्रभावी है तथा अन्य हथियारों की तुलना में तेज प्रतिक्रिया समय प्रदान करते है |
शत्रु वायु रक्षा के दमन के लिए 1980 के दशक में शुरू में इस्तेमाल किये गए, लोइटरिंग म्यूनिशन समय के साथ विकसित हुए तथा अब कई उद्देश्यों की पूर्ति करते है, जिसमें एंटी-पर्सनल, एंटी-आर्मर और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचें को लक्षित करना शामिल है |
लोइटरिंग म्यूनिशन का आधुनिक संघर्षों में उपयोग-
हॉल के संघर्षों में लोइटरिंग म्यूनिशन की प्रभावशीलता स्पष्ट रूप से प्रदर्शित की गयी है-
1-अजरबैजान तथा आर्मेनिया दोनों ने टोही (Reconnaissance) तथा लक्षित हमलों के लिए लोइटरिंग म्यूनिशन सहित ड्रोन का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया |
2-नागोर्नो-करबाख संघर्ष 2020
3-रूस-यूक्रेन युद्ध 2022-रूस तथा यूक्रेन के मध्य युद्ध में लोइटरिंग हथियारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई |रूस ने बड़े पैमाने पर लक्ष्यों पर ध्यान केन्द्रित किया, जबकि यूक्रेन ने फ्रंटलाइन पर चल रहे कर्मियों को निशाना बनाने के लिए लोइटरिंग हथियारों का इस्तेमाल किया जिससे संघर्ष की गतिशीलता में प्रभावी रूप से बदलाव आया |
4-मध्य पूर्व-इज़राइल तथा ईरान ने क्रमशः हारोप तथा शाहेद-136 ड्रोन जैसे लोइटरिंग हथियारों पर बहुत अधिक भरोसा किया है |शाहेद-136 ने दिखाया है कि कैसे कम लागत वाले ड्रोन परिष्कृत वायु रक्षा प्रणालियों को मात दे सकते है |
कामिकेज़ ड्रोन की प्रभावशीलता-
विशेषज्ञों ने बताया है कि लोइटरिंग हथियारों की कम लागत, उनकी विनाशकारी क्षमता की तुलना में उन्हें आधुनिक युद्ध में एक बल गुणक बनाती है |जैसे 500 USD का एक अकेला लोइटरिंग ड्रोन 10 मिलियन USD के टैंक को नष्ट कर सकता है |इस लागत से क्षति अनुपात ने इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण तथा काइनेटिक इंटरसेप्टर जैसे मजबूत काउंटर-ड्रोन सिस्टम की तत्काल आवश्यकता को उजागर किया है |
भारत के स्वदेशी लोइटरिंग म्यूनिशन-
भारत ने अपने स्वयं के लोइटरिंग म्यूनिशन विकसित करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है |भारतीय सेना को हॉल ही में नागपुर स्थित फर्म सोलर इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित 480 नागास्त्र-1 लोइटरिंग म्यूनिशन प्राप्त हुए |75% से अधिक स्वदेशी सामग्री वाले ये म्यूनिशन हल्के, पोर्टेबल तथा सटीक हमलों के लिए तैयार है |
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