हॉल ही में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने एक दशक पूरा किया है, जो भारत की ऋण सहायता प्रणाली में एक परिवर्तनकारी बदलाव को दर्शाता है |इस लेख में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना क्या है, इसकी ऋण श्रेणियां तथा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की प्रमुख उपलब्धियों तथा वित्तीय प्रभाव के बारें में चर्चा करेंगे |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना क्या है-

यह योजना अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, NBFCs तथा माइक्रोफाइनेंस संस्थानों के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है जो 20 लाख रुपये तक के संपार्श्विक-मुक्त ऋण प्रदान करती है |
यह माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA) के तहत संचालित होती है |देश के वित्तीय समावेशन कार्यक्रम का कार्यान्वयन तीन स्तंभों पर आधरित है-बैंकिंग सुविधा से वंचित लोगों को बैंकिंग सुविधा प्रदान करना, असुरक्षित लोगों को सुरक्षित करना तथा गैर-वित्तपोषित व्यक्ति को वित्तपोषित करना |
इस योजना का उद्देश्य आर्थिक सफलता तथा वित्तीय सुरक्षा प्राप्त करने के लिए सहयोगी संस्थानों के द्वारा एक समावेश, टिकाऊ तथा मूल्य आधरित उद्यमशील संस्कृति को बढ़ावा देना |इस योजना के तहत बिना किसी सिक्योरिटी के माइक्रो क्रेडिट की सुविधा दी जाती है |इस योजना के तहत ऋणों को मुद्रा-ऋण के रूप में वर्गीकृत किया जाता है |यह योजना छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गयी थी |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की ऋण श्रेणियां-
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लाभार्थी के विकास चरण के आधार पर चार श्रेणियों में ऋण प्रदान करती है-
1-शिशु-50000 रुपये तक के ऋण |
2-किशोर-50000 रुपये से अधिक तथा 5 लाख रुपये तक के ऋण |
3-तरुण-5 लाख रुपये से अधिक तथा 10 लाख रुपये तक के ऋण |
4-तरुण प्लस-10 लाख रुपये से अधिक तथा 20 लाख रुपये तक के ऋण |
यह योजना विशेष रूप से शिशु श्रेणी में उद्यमिता को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है, ताकि नयी पीढ़ी के युवाओं को प्रोत्साहित किया जा सके |इसके बाद किशोर, तरुण तथा तरुण प्लस श्रेणियां आती है |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की प्रमुख उपलब्धियां तथा वित्तीय प्रभाव-
आधिकारिक आंकड़ो के अनुसार अपनी स्थापना के बाद से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने 32 लाख करोड़ रुपये के 52 करोड़ से अधिक ऋण स्वीकृत किये है |
इस योजना की सफलता औसत ऋण आकार में परिलक्षित होती है जो वित्तीय वर्ष 2016 में 38000 रुपये से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2025 में 1.02 लाख रुपये हो गयी है, जो छोटे उद्यमों के बीच बड़े ऋणों की बढ़ती मांग को दर्शाता है |
इस योजना का एक महत्वपूर्ण समावेशी प्रभाव है, जिसमें 68% ऋण महिला उद्यमियों द्वारा लिए गए है तथा 50% खाते अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के समुदायों के है |
इस योजना ने महिलाओं के नेतृत्व वाले MSMEs में रोजगार सृजन में उल्लेखनीय योगदान दिया है, विशेषकर उन राज्यों में जहाँ महिलाओं को प्राप्त ऋण का अनुपात अधिक है |
ऋणों का वितरण बड़े पैमाने के व्यवसायों का समर्थन करने के लिए विकसित हुआ है |राज्यवार संवितरण के मामलें में, तमिलनाडु 3.23 लाख करोड़ रुपये के साथ सबसे आगे है |उसके बाद उत्तर प्रदेश (3.14 लाख करोड़ रुपये) तथा कर्नाटक (3.02 लाख करोड़ रुपये) का स्थान है |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभ-
इस योजना के निम्नलिखित लाभ है-
1-यह छोटे व्यवसायों तथा उद्यमियों के लिए ऋण की आसान पहुँच प्रदान करती है |
2-यह शहरी तथा ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में छोटे तथा सूक्ष्म उद्यमों को ऋण प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देती है |
3-इसने लघु तथा सूक्ष्म उद्यमों के तहत रोजगार सृजन करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है |
4-यह लघु तथा सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करके रोजगार सृजन करने में मदद कर रही है विशेषकर अनुपचारिक क्षेत्र में |
5-यह महिला उद्यमियों को ऋण प्रदान कर उन्हें वित्तीय रूप से सशक्त करके उनके सशक्तिकरण में मदद कर रही है |
6-यह भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ एक गेम चेंजर साबित हुई है |
कौन ले सकता है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ-
1-छोटे दुकानदार |
2-ऑटो तथा रिक्शा चालक |
3-कारीगर |
4-घरेलू उद्योग करने वाले व्यक्ति |
5-महिलाएं जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहती है |
6-छोटे विनिर्माण इकाईयां तथा सेवा क्षेत्र की फर्म्स |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभ प्राप्त करने की पात्रता-
प्रधानमंत्री मुद्रा लाभ योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित पात्रता आवश्यक है-
1-आवेदक को किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था का डिफाल्टर नहीं होना चाहिए |
2-आवेदक का क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए |
3-व्यवसाय शुरू करने के लिए जरुरी योग्यता या अनुभव होना चाहिए |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लिए आवेदन कैसे करें-
1-आधिकारिक वेबसाइट https://www.mudra.org.in/ पर जाएँ |वहां जा कर Apply Now पर click करें |
2-नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर डाल कर OTP से वेरीफाई करें |
3-उसके बाद आवश्यक डिटेल्स तथा दस्तावेज अपलोड करें |
आवेदक ऑफलाइन भी आवेदन जमा कर सकते है |उन्हें पास के बैंक, NBFC या माइक्रो फाइनेंस संस्थान में जा कर पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र तथा बिजनेस प्लान जमा करना होगा |
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की वैश्विक मान्यता-
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने तथा अर्थव्यवस्था के औपचारिकीकरण को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की भूमिका को लगातार मान्यता दी है |
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी 2024 की रिपोर्ट में, महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसायों के विकास तथा बेहतर वित्तीय समावेशन में इस योजना के योगदान को स्वीकार किया है |
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