प्रति वर्ष 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस मनाया जाता है, जो 1945 में हिरोशिमा पर हुआ पहला परमाणु बम हमला याद दिलाता है |यह दिवस परमाणु युद्ध के विनाशकारी मानवीय तथा पर्यावरणीय प्रभावों को याद दिलाता है |साथ ही विश्व के देशों में परमाणु निरस्त्रीकरण तथा वैश्विक शांति की महत्वपूर्ण अपील का दिवस भी है |इस लेख में हिरोशिमा दिवस के बारें में, इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा इसको मनाने के उद्देश्य के विषय में चर्चा करेंगे |
हिरोशिमा दिवस के बारें में-

हिरोशिमा दिवस प्रति वर्ष 6 अगस्त को मनाया जाता है, जिसका कारण 6 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा शहर पर पहला परमाणु बम गिराया जाना था |अमेरिकी B-29 बमवर्षक "एनोला गे" (Enola Gay) ने सुबह 8:15 बजे "लिटिल बॉय" नामक परमाणु बम गिराया था |हिरोशिमा में "लिटिल बॉय" यूरेनियम-235 आधारित पहला परमाणु बम था |
इस विस्फोट में लगभग 1,30,000 लोगों की मौतें हुयी, जबकि विकिरण तथा चोटों के कारण साल के अंत तक मृतक लोगों की संख्या 1,40,000 तक पहुँच गयी थी |वहीं बचे हुये लोग जिन्हें "हिबाकुशा" कहा जाता है, उन्हें दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्यायें, मानसिक आघात तथा सामाजिक कलंक झेलना पड़ा था|
इस दिवस पर विश्वभर में स्मारक समारोह, मौन जागरण तथा लालटेन-तैरने के आयोजन किये जाते है |
हिरोशिमा दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि-
जापान के हिरोशिमा में 6 अगस्त 1945 को गिराया गया परमाणु बम द्वितीय विश्व युद्ध में परमाणु हथियारों के प्रथम प्रयोग का प्रतीक बना |इस परमाणु बम विस्फोट ने शहर के बड़े भाग को नष्ट कर दिया तथा तत्काल और दीर्घकालिक मानवीय और पर्यावरणीय नुकसान पहुँचाया था |वहीं इसके तीन दिन बाद 9 अगस्त 1945 को जापान के नागासाकी पर अमेरिका ने दूसरा परमाणु बम गिराया था |
इन हमलों ने जापान के बिना शर्त आत्मसमर्पण तथा द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति को सुनिश्चित किया |हिरोशिमा तथा नागासाकी बमबारी ने परमाणु हथियारों के नैतिक, मानवीय तथा पर्यावरणीय पहलुओं पर वैश्विक चर्चा छेड़ी |
परमाणु बमों की विनाशकारी क्षमता तथा उनके प्रभावों को समझाने का यह सबसे पहला तथा बड़ा ऐतिहासिक उदाहरण है |
हिरोशिमा दिवस मनाने का उद्देश्य-
1-यह दिवस परमाणु हथियारों के दुष्प्रभावों तथा मानव जीवन पर उसकी लागत को विश्व स्तर पर समझाने में सहायक है |
2-हिरोशिमा दिवस का आयोजन निरस्त्रीकरण की दिशा में वैश्विक एकजुटता, अहिंसा तथा युद्ध विराम की आवश्यकता पर बल देता है |
3-यह दिवस परमाणु निरस्त्रीकरण तथा विश्व शांति के लिए आह्वान का प्रतीक माना जाता है |
4-हिरोशिमा दिवस आज भी परमाणु हथियार निरस्त्रीकरण, शांति आन्दोलन तथा वैश्विक सुरक्षा के लिए प्रेरणा स्रोत है |
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