Waves Summit 2025:मुंबई में हुआ WAVES शिखर सम्मेलन 2025 का आगाज

हॉल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुंबई में स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर में भारत के प्रथम विश्व दृश्य-श्रव्य तथा मनोरंजन शिखर सम्मलेन 2025 (Waves 2025) का उद्घाटन किया है |इस शिखर सम्मलेन में यूके, रूस, जापान, भूटान, मिस्र तथा सऊदी अरब सहित 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है |इस लेख में WAVES शिखर सम्मलेन 2025 के विषय में, इसकी प्रमुख विशेषताओं तथा ऑरेंज इकोनॉमी के विषय पर चर्चा करेंगे |

WAVES शिखर सम्मेलन 2025 के विषय में-

Waves Summit 2025:मुंबई में हुआ WAVES शिखर सम्मेलन 2025 का आगाज

इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य भारत को मीडिया, मनोरंजन तथा डिजिटल नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाना है |इस सम्मेलन में 42 पूर्ण सत्र, 39 ब्रेकआउट सत्र तथा 32 मास्टरक्लास आयोजित की गयी, जो प्रसारण, AVGC-XR, फिल्म, इन्फोटेनमेंट तथा डिजिटल मीडिया जैसे क्षेत्रों को कवर करती है |

इसका प्रमुख लक्ष्य 2029 तक M&E सेक्टर (Media & Entertainment Industry) में 50 बिलियन डॉलर का बाजार सृजित करना है |

प्रधानमंत्री मोदी ने देश के युवा क्रिएटरों से देश की 'ऑरेंज इकोनॉमी' (Creative Economy) को आगे बढ़ाने का आह्वान किया |प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्वीकार किया कि युवा क्रिएटरों का जुनून तथा उनकी कड़ी मेहनत रचनात्मकता को एक नया आकार दे रही है |उन्होंने आगे कहा कि चाहे गुवाहाटी के संगीतकार हो, कोच्चि के पॉडकास्टर हो, बैंगलोर के गेम डिज़ाइनर हो या पंजाब के फिल्म निर्माता देश की ऑरेंज इकोनॉमी में योगदान दे रहे है |

WAVES शिखर सम्मेलन 2025 की प्रमुख विशेषताएं-

इसमें भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (IICT) की स्थापना की घोषणा की गयी है |

इसमें Waves बाजार नामक वैश्विक ई-मार्केटप्लेस की शुरुआत, जो 6100 खरीदारों, 5200 विक्रेताओं तथा 2100 परियोजनाओं को जोड़ने का मंच होगा |

इस शिखर सम्मेलन में 'क्रिएट इन इंडिया चैलेंज वेव्स' का शुभारम्भ किया गया, जिसका उद्देश्य भारत की रचनात्मक तथा मीडिया अर्थव्यवस्था में नवाचार और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना है |

विश्व दृश्य-श्रव्य और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (WAVES) के विषय में-

यह सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित एक वैश्विक मंच है |इसका प्रमुख उद्देश्य Media & Entertainment सेक्टर के नेताओं, हितधारकों तथा नवप्रवर्तकों को एक साथ लाकर चुनौतियों का समाधान करना, संभावनाओं की खोज करना तथा वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देना है |

ऑरेंज इकोनॉमी क्या है-

इसे रचनात्मक अर्थव्यवस्था भी कहा जाता है |ऑरेंज इकोनॉमी एक ऐसी आर्थिक संकल्पना है, जो ज्ञान आधारित क्रियाकलापों को दर्शाती है तथा जिसमें संस्कृति, क्रिएटिविटी तथा सांस्कृतिक उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है |संयुक्त राष्ट्र आर्थिक नेटवर्क के अनुसार रचनात्मक अर्थव्यवस्था आर्थिक वृद्धि, सांस्कृतिक समावेशन तथा सामाजिक प्रभाव को एक साथ लेकर चलती है |

इसमें ज्ञान-आधारित गतिविधियों, बौद्धिक संपदा, प्रौद्योगिकी तथा पर्यटन जैसी शाखाएं शामिल होती है, जो आर्थिक विकास के लिए क्रॉस-कटिंग लिंकेज प्रदान करती है |

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