LSST Camera:इस कैमरे के आगे 260 IPhone 14 Pro Max का कैमरा पड़ा कमजोर

कल्पना कीजिये एक कैमरे की जो इतना बड़ा है कि 260 IPhone 14 Pro Max कैमरों के बराबर तस्वीरों खींच सकता हो तथा जो इतना शक्तिशाली हो कि वह चाँद पर जमी धूल का भी चित्र खींच सके |एक कैमरा जो इतना बड़ा हो कि एक छोटी कार जितनी जगह घेरता हो |एक ऐसा कैमरा वास्तव में है जिसका नाम है LSST Camera.इस लेख में हम इसी कैमरे के बारे में विस्तार से जानेंगे |

LSST Camera क्या है-

LSST Camera:इस कैमरे के आगे 260 IPhone 14 Pro Max का कैमरा पड़ा कमजोर
जिसका पूरा नाम Large Synoptic Survey Telescope Camera है |आपको जानकर हैरानी होगी कि ये दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल कैमरा है जो 3200 मेगा पिक्सल की अद्भुत तस्वीरे खींचने में सक्षम है |

LSST कैमरा चिली के एंडीज पर्वत पर 8980 फीट की ऊंचाई पर वेरा रुबिन ऑब्जर्वेटरी के सिमोनी सर्वे टेलिस्कोप में स्थापित किया गया जायेगा |ये कैमरा रात के आकाश का 10 साल तक लगातार सर्वेक्षण करेगा जहाँ से ब्रह्माण्ड के अद्भुत तस्वीरें खींचेगा |वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि ये तस्वीरें इतनी स्पष्ट होंगी कि हम अन्तरिक्ष के बारें में बहुत कुछ नया जान पायेंगे |

LSST कैमरे की विशेषता-

अमेरिका के नेशनल साइंस फाउंडेशन और अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने इस कैमरे को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है |इस विशाल कैमरे की विशेषता पर बात करें तो इस कैमरे में 5 फीट चौड़े लेंस का प्रयोग किया जायेगा जोकि इस प्रकार के कार्य के लिये बनाया गया विश्व में अब तक का सबसे बड़ा लेंस है |साथ ही दूसरा लेंस भी 3 फीट चौड़ा है |इन दोनों लेंसों को एक विशेष वैक्यूम चैम्बर में रखा गया है और इस पूरे कैमरे का वजन करीब 3 टन होगा जोकि एक छोटी कार के आकार का है |इस कैमरे की क्षमता की बात करें तो ये कैमरा हर रात पूरे आकाश का 10% हिस्सा कैप्चर कर 10 अरब से भी ज्यादा तारों तथा आकाशगंगाओं की तस्वीरें खींच पाने में सक्षम है |इस कैमरे का 3200 मेगा पिक्सल रेजोल्यूशन इतना शक्तिशाली है कि ये चाँद के धूल के कणों का भी चित्र खींच सकता है | साथ ही ये कैमरा प्रति 3 सेकंड में एक नयी फोटो खींच सकता है जिसके माध्यम से वैज्ञानिक क्षणिक खगोलीय घटनाओं का अध्ययन बेहतर ढंग से कर सकेंगे |

LSST कैमरे का कार्य-

इस कैमरे को बनाने का मुख्य कारण यह है कि ब्रह्माण्ड का 95% हिस्सा डार्क मैटर तथा डार्क एनर्जी जैसे रहस्यमय पदार्थों से बना है |ये कैमरा हमे उनकी प्रकृति को समझने में मदद करेगा | खगोल विज्ञान से जुडी कई चीजों जैसे क्षुद्रग्रहों, धूमकेतुओं तथा सुपरनोवा का अध्ययन, ब्रह्माण्ड के निर्माण तथा विकास को बेहतर ढंग से समझने में भी यह सहायक होगा |इसके साथ ही ये कैमरा ब्रह्माण्ड में अरबों नए आकाशगंगाओं की खोज कर सकेगा |ये कैमरा विज्ञान के लिये एक बड़ी उपलब्धि है तथा आने वाले वर्षों में ये हमे ब्रह्माण्ड के बारें में कई अद्भुत जानकारी प्रदान करेगा |

दरअसल हर एक कैमरे की गुणवत्ता उसके मेगा पिक्सल से तय होती है |ऐसे में मेगा पिक्सेल क्या होता है ये भी हमारे लिये जानना बेहद जरुरी है, तो आपको बता दे कि कैमरे में मेगा पिक्सल तस्वीरों की डिटेल्स तथा रेजोल्यूशन को मापने का एक पैमाना होता है |इसे आसान भाषा में समझने के लिये कल्पना करें कि कैमरे का सेंसर एक  ग्रिड से बना है और प्रत्येक ग्रिड का छोटा वर्ग 1 पिक्सल होता है और एक मेगा पिक्सल में 10 लाख पिक्सल होते है |जितने अधिक मेगा पिक्सल वाला कैमरा होगा उससे उतनी ही बड़ी और अधिक डिटेल वाली तस्वीरें ली जा सकती है, जिन्हें ज़ूम करके भी बड़ा किया जा सकता है |यानी पिक्चर की गुणवत्ता बढ़ते मेगा पिक्सल के साथ बढ़ती जायेगी, लेकिन इसके साथ ही ये भी ध्यान रखना जरुरी है कि सिर्फ मेगा पिक्सल ही अच्छी तस्वीर की गारंटी नहीं देते है |सेंसर का आकार,लेंस की गुणवत्ता और इमेज प्रोसेसिंग भी एक अच्छे पिक्चर की गुणवत्ता के लिये काफी महत्वपूर्ण है |

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