Pamban Bridge:जानें क्यों खास है भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज

दुनिया जितनी बड़ी हैं, उतनी ही अजीब तथा हैरत कर देने वाली चीजों से भरी पड़ी है |विश्व भर में वैसे तो अनगिनत पुल बनाये गये है, लेकिन कुछ पुल इतनी खूबसूरती से बनाये गये है, जिन्हें देख कर लोग हैरान हो जाते है |ऐसे ही कुछ विशेष तकनीक के साथ भारत में भी कई पुल बनाये गये है जो आम पुल के मुकाबले काफी अलग है |ऐसा ही एक पुल बन रहा है जो रामेश्वरम को भारत के मुख्य भूमि तमिलनाडू से जोड़ेगा |इस ब्रिज का नाम Pamban ब्रिज है |इस ब्रिज को भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज बोला जाता है |इस लेख में भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज के बारे में विस्तार से जानेंगे|

Pamban Bridge:जानें क्यों खास है भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज

रामेश्वरम भारत के तमिलनाडू राज्य में स्थित एक द्वीप शहर है जो मन्नार की खाड़ी में स्थित है |यह हिन्दुओं के चारों तीर्थ स्थल में से एक है जो भगवान राम के इष्ट शिव भगवान का मंदिर है |रामेश्वरम को दक्षिण काशी भी कहा जाता है |पुराने ब्रिज की बात करें तो रामेश्वरम भारत का सबसे लम्बा समुद्री पुल है, जो रामेश्वरम द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है |यह पुल 2.3 किलोमीटर लम्बा है और इस पुल को 1914 में बनाया गया था |यह भारत का पहला उठने वाला पुल है अर्थात इस पुल का एक हिस्सा जहाजों के गुजरने के लिये खोला जा सकता है तथा ऊपर की तरफ लिफ्ट किया जा सकता है |

Pamban ब्रिज के बारे में-

रामेश्वरम पुल काफी पुराना होने के कारण सरकार ने इस पुल से ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगा दिया था |साथ ही Pamban पुल को बनाने की तैयारी शुरू कर दी थी |प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवम्बर 2019 में ही Pamban पुल की आधारशिला रखी थी |रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) द्वारा फरवरी 2020 में इस पर काम शुरू किया गया |इस पुल को बनाने का काम दिसम्बर 2021 तक पूरा होना था लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस पुल को बनाने की समय सीमा बढ़ा दी गई |अब रेलवे अधिकारियों का कहना है कि 30 जून 2024 तक यह पुल पूरी तरह से तैयार हो जायेगा |

Pamban ब्रिज की विशेषताएं-

Pamban ब्रिज एक डबल-लीफ वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज है, जिसका अर्थ है कि इसमें दो लिफ्टिंग सेक्शन होंगे जो जहाजों को गुजरने के लिये ऊपर उठाये जा सकते है |Pamban ब्रिज भारत का पहला तथा दुनिया का 32वां वर्टिकल लिफ्ट पुल है |इस पुल को बनाने में कुल 545 करोड़ के लागत आयी है |यह पुल इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम के जरिये ऑपरेट होता है, जिससे इस पुल को लिफ्ट करना आसान हो जायेगा |यह Pre-Tension वाले कंक्रीट से बना है जो इसे मजबूत तथा टिकाऊ बनाता है |रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के अधिकारियों के अनुसार जहाजों को पार कराने के लिये इस लिफ्ट ब्रिज को 17 मीटर तक ऊपर उठाया जा सकता है |इसे ऊपर जाने में तथा नीचे आने में 5 मिनट का समय लगेगा |इस दौरान यह भी निश्चित किया जायेगा कि ट्रेनों का संचालन भी जारी रहे |

ब्रिज का महत्व-

यह पुल भारत के विकास का एक हिस्सा है |यह पुल भारत के बुनियादी ढांचें तथा परिवहन क्षेत्र की प्रगति को दर्शाता है |यह देश की रणनीतिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |साथ ही यह पर्यटन तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है |Pamban वर्टिकल लिफ्ट रेलवे पुल भारत की इंजीनियरिंग और वस्तु-कला का एक शानदार नमूना है |यह न केवल परिवहन के लिये महत्वपूर्ण है बल्कि देश की समृद्ध विरासत तथा संस्कृति का भी प्रतीक है |

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