World Hemophilia Day 2024:विश्व हीमोफीलिया दिवस 2024 थीम और उद्देश्य

प्रति वर्ष 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस (World Hemophilia Day) के तौर पर मनाया जाता है |इस लेख में हीमोफीलिया क्या है, विश्व हीमोफीलिया 2024 की थीम, महत्व के बारें में चर्चा करेंगे |

हीमोफीलिया के बारें में-

World Hemophilia Day 2024:विश्व हीमोफीलिया दिवस 2024 थीम और उद्देश्य
यह एक आनुवंशिक रक्तस्राव विकार है तथा काफी दुर्लभ बीमारी है |इस रोग में रक्त के थक्के बनने की क्षमता गंभीर रूप से कम हो जाती है, जिससे कि मामूली चोट में भी गंभीर रक्तस्राव हो सकता है |हीमोफीलिया आमतौर पर, जीन में उत्परिवर्तन या परिवर्तन के कारण होता है, जो रक्त का थक्का बनाने के लिये आवश्यक क्लॉटिंग फैक्टर प्रोटीन बनाने के लिये निर्देश प्राप्त करता है |

हीमोफीलिया रोग सामान्यतया दो प्रकार का होता है-

1-हीमोफीलिया A-जिसे क्लासिक हीमोफीलिया कहा जाता है |यह सबसे आम है |यह क्लॉटिंग फैक्टर 8 की कमी के कारण होता है |

2-हीमोफीलिया B-इसे क्रिसमस रोग भी कहा जाता है |यह क्लॉटिंग फैक्टर 9 की कमी के कारण होता है |

हीमोफीलिया एक आनुवंशिक बीमारी है अर्थात यह माता-पिता से बच्चों में फ़ैल सकती है |यह बीमारी पुरुषों में अधिक होती है |क्रोमोसोम इस रोग के वाहक है, जिससे रक्त का थक्का नहीं जम पाता है परिणामस्वरूप रक्तस्राव होता है |

इनके लक्षणों में बड़े घाव, मांसपेशियों तथा जोड़ो में रक्तस्राव, चोट लगने, दांत निकालने या सर्जरी कराने आदि के बाद लम्बे समय तक रक्तस्राव शामिल है |

विश्व हीमोफीलिया दिवस 2024 थीम-

वर्ष 2024 के लिये हीमोफीलिया दिवस की थीम-सभी के लिये समान पहुँच:सभी रक्तस्राव विकारों को पहचानना (Equitable Access For All: Recognising All Bleeding Disorders) है |

विश्व हीमोफीलिया दिवस का इतिहास-

यह तिथि वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ़ हीमोफीलिया (WHF) के संस्थापक फ्रैंक श्राबेल के सम्मान में चुनी गई थी, जिनका जन्म इसी दिन हुआ था | WHF ने वर्ष 1989 में इस दिवस की स्थापना की थी |WHF एक गैर लाभकारी संगठन है, जो विश्व भर में वंशानुगत रक्तस्राव विकारों वाले लोगों की देखभाल में सुधार तथा निरंतरता के लिये समर्पित है |

हीमोफीलिया की खोज लगभग 10वीं शताब्दी में हुई थी, जब लोगों ने इसमें गंभीर रूचि लेनी शुरू की |विशेषकर पुरुषों में जो रक्तस्राव के कारण मामूली चोटों के बाद मृत्यु का कारण बनते थे |प्राचीन मिस्र में हीमोफीलिया के केस पाए गये थे |इस बीमारी को शाही बीमारी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया हीमोफीलिया से ग्रस्त हो गई थी |

विश्व हीमोफीलिया दिवस का महत्व-

1-हीमोफीलिया तथा संबंधित वंशानुगत रक्तस्राव विकारों के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूकता फैलाना|

2-यह दिवस हीमोफीलिया से संबंधित जानकारी कारणों, लक्षणों, निदान आदि के बारे में जागरूक करता है तथा साथ ही साथ हीमोफीलिया से आने वाली चुनौतियों से अवगत कराता है |

3-इस दिवस का मुख्य उद्देश्य यह है कि हीमोफीलिया से पीड़ित मरीजों की ओर विश्व का ध्यान आकर्षित करना है |जिससे पीड़ितों को उचित उपचार मिल सकें |

4-विश्व हीमोफीलिया दिवस हीमोफिलिक रोगियों तथा आम जनता को रक्तस्राव विकारों के बारें में शिक्षित करने पर केन्द्रित है |यह हीमोफिलिक रोगियों के लिये उचित उपचार तथा देखभाल पर भी जोर देता है |

FAQ-

1-विश्व हीमोफीलिया दिवस कब मनाया जाता है?

प्रति वर्ष 17 अप्रैल को |

2-विश्व हीमोफीलिया 2024 की थीम क्या है?

सभी के लिये समान पहुँच:सभी रक्तस्राव विकारों को पहचानना (Equitable Access For All: Recognising All Bleeding Disorders)

3-सर्वप्रथम किस देश में हीमोफीलिया के मामलें पाए गये ?

प्राचीन मिस्र में |

4-किस बीमारी को शाही बीमारी कहा जाता है?

हीमोफीलिया

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