Bailey Bridge:वायनाड में सेना ने बनाया 31 घंटे में 190 फीट लम्बा बेली ब्रिज

Bailey Bridge:वायनाड में सेना ने बनाया 31 घंटे में 190 फीट लम्बा बेली ब्रिज

केरल के वायनाड में भूस्खलन यानी कि लैंडस्लाइड के कारण आई आपदा में 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी |आपदा के बाद सेना, राज्य पुलिस तथा NDRF की टीमें दिन रात लोगों को बचाने के लिये अभियान चलाया |घटना के बाद बचाव तथा राहत कार्य के लिये सबसे बड़ी समस्या थी संपर्क पुल की जो आपदा में नष्ट हो गया था |फिलहाल भारतीय सेना ने 31 घंटे बिना रुके 190 फीट लम्बा बेली ब्रिज तैयार कर दिया तथा जिस कारण से कई लोगों की जान बचाई जा सकी |इस लेख में Bailey Bridge क्या है तथा इसकी क्या खासियत है के बारें में चर्चा करेंगे |

बेली ब्रिज के बारें में-

Bailey Bridge:वायनाड में सेना ने बनाया 31 घंटे में 190 फीट लम्बा बेली ब्रिज

बेली ब्रिज एक मॉडलर पुल होता है जिसका मतलब है कि इसे अलग-अलग छोटे हिस्सों से जोड़कर बनाया जाता है |इन हिस्सों को आसानी से जोड़ा जा तथा अलग किया जा सकता है जिसकी वजह से इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना भी आसान होता है |पुल अस्थाई या स्थाई दोनों तरह से बनाया जा सकता है और इसे विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों में इस्तेमाल किया जाता है |

अमेरिकी सेना के इंजीनियर स्कूल के मैनुअल में लिखा है कि बेली ब्रिज की शुरुआत युद्ध के दौरान हुई थी |एक अंग्रेज सिविल इंजीनियर डोनाल्ड कोलमैन बेली ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस पुल का आविष्कार किया था |

बेली ब्रिज को ट्रस नामक संरचनाओं से बनाया जाता है |ट्रस एक त्रिकोणात्मक संरचना होती है जो पुल को मजबूती प्रदान करती है |बेली ब्रिज के ट्रस को स्टील से बनाया जाता है तथा उन्हें बेल्टों और पिनों की मदद से जोड़ा जाता है |

Bailey Bridge:वायनाड में सेना ने बनाया 31 घंटे में 190 फीट लम्बा बेली ब्रिज

बेली ब्रिज की विशेषताएं-

1-पोर्टेबिलिटी:

बेली ब्रिज को आसानी से इकट्ठा तथा अलग किया जा सकता है, जिससे इन्हें विभिन्न स्थानों पर ले जाया सकता है |

2-बहुबहुउद्देशीय:

बेली ब्रिज को विभिन्न लम्बाई तथा चौड़ाई में बनाया जा सकता है, जिससे इन्हें विभिन्न प्रकार की आवश्यकताओं के लिये अनुकूलित किया जा सकता है |

3-मजबूती:

ये पुल भारी भर वहन करने में सक्षम होते है तथा विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिये सुरक्षित होते है |

4-टिकाऊ:

यदि ठीक से रखरखाव किया जाये तो बेली ब्रिज कई वर्षों तक चल सकते है |

बेली ब्रिज का उपयोग-

1-सैन्य:

युद्ध के दौरान सैनिकों तथा उपकरणों को ले जाने के लिये अस्थायी पुलों के रूप में |

2-आपदा राहत:

बाढ़, भूकंप या अन्य प्राकृतिक आपदाओं के बाद क्षतिग्रस्त पुलों को बदलने के लिये |

3-निर्माण:

नए पुलों के निर्माण के दौरान अस्थायी पहुँच प्रदान करने के लिये |

4-अन्य:

विशेष कार्यक्रमों या परियोजनाओं के लिये अस्थाई पुलों के रूप में |बेली ब्रिज को पारम्परिक पुलों की तुलना में बहुत तेजी से बनाया तथा स्थापित किया जा सकता है |ये पुल किराये पर भी लिये जा सकते है, जिससे निर्माण लागत कम होती है |बेली ब्रिज को विभिन्न परिस्थितियों में इस्तेमाल किया जा सकता है |

FAQ-

1-बेली ब्रिज के संस्थापक कौन थे?

अंग्रेज सिविल इंजीनियर डोनाल्ड कोलमैन बेली |

2-बेली ब्रिज क्या है?

बेली ब्रिज एक मॉडलर पुल होता है जिसका मतलब है कि इसे अलग-अलग छोटे हिस्सों से जोड़कर बनाया जाता है |

3-केरल के वायनाड में बेली ब्रिज किसने बनाया है?

भारतीय सेना के मद्रास इंजीनियर समूह ने |

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