मंकीपॉक्स वायरस: MPOX क्या है ?लक्षण,फैलाव तथा बचाव के उपाय

इस लेख में एक ऐसे वायरस के बारे में चर्चा करेंगे जो विश्व भर में तेजी से फ़ैल रहा है तथा यह वायरस है मंकी पॉक्स जिसे MPOX या बंदर चेचक भी कहा जाता है |विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है |इस लेख में मंकीपॉक्स वायरस क्या है, इसके लक्षण, फैलाव तथा बचाव के उपाय के बारे में विस्तृत चर्चा करेगें |

इस लेख में-

1-मंकीपॉक्स वायरस क्या है |

2-मंकीपॉक्स वायरस कैसे फैलता है |

3-मंकीपॉक्स के लक्षण |

4-मंकीपॉक्स का खतरा किसको |

5-मंकीपॉक्स का इलाज |

6-मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय |

7-मंकीपॉक्स का उपचार |

8-FAQ

मंकीपॉक्स वायरस क्या है-

मंकीपॉक्स या MPOX एक वायरस है जो पॉक्स वायरस की फैमिली से आता है |पॉक्स वायरस एक बड़ा वायरस फैमिली है जिसमें कई तरह के वायरस शामिल है जैसे मंकीपॉक्स, काउ पॉक्स, कैमल पॉक्स, तथा सबसे प्रसिद्ध चिकन पॉक्स भी इसी वायरस से संबंधित है |पॉक्स वायरेसेस अक्सर स्किन इन्फेक्शन पैदा करते है जिससे शरीर पर दाने या छाले निकलते है |इसका नाम मंकीपॉक्स इसलिए पड़ा क्योंकि यह पहली बार 1958 में मंकी कॉलोनी में देखा गया था |यह वायरस सिर्फ बंदरों में ही नहीं बल्कि चूहों, गिलहरियों तथा दूसरे छोटे जानवरों में भी पाया जाता है |

मंकीपॉक्स वायरस: MPOX क्या है ?लक्षण,फैलाव तथा बचाव के उपाय

विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर टेड्रो एडनॉम घेब्रेयसस ने एक बहुत ही चिंताजनक बात बताई है |उन्होंने कहा है मंकीपॉक्स एक नया स्ट्रेन है जिसे क्लैड IB (Clade IB) कहा जाता है, कांगों में तेजी से फ़ैल रहा है |यह नया स्ट्रेन पहले के स्ट्रेन से अधिक खतरनाक है तथा जानलेवा हो सकता है |

अफ्रीका सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार 2024 की शुरुआत से लेकर जुलाई तक 14500 से ज्यादा मंकीपॉक्स के केसेस रिपोर्ट हुये है तथा 450 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है |यह पिछले वर्ष के मुकाबले 160% ज्यादा केसेस है |

मंकीपॉक्स वायरस कैसे फैलता है-

यह किसी भी संक्रमित इंसान या जानवर से सीधे संबंध में आने से यह वायरस फ़ैल सकता है |संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल किये हुये सामान जैसे बिस्तर, कपड़े या तौलिये से भी यह वायरस फ़ैल सकता है तथा शारीरिक यौन संबंध विशेषकर मल्टीपल पार्टनर के साथ शारीरिक यौन संबंध से भी यह वायरस फ़ैल सकता है |

मंकीपॉक्स के लक्षण-

मंकीपॉक्स के लक्षण चिकन पॉक्स से मिलते-जुलते है लेकिन कुछ अलग भी है |शुरूआती एक से पांच दिनों में आपको बुखार, तेज सर दर्द, मांसपेशियों में दर्द कमजोरी तथा लिम्फ नोड्स में सूजन जैसी दिक्कत देखने को मिल सकती है |एक से तीन दिन बाद आपके शरीर पर छाले तथा दाने आने लगते है |यह चेहरे से शुरू होते है और फिर पूरे शरीर पर फ़ैल जाते है |यह छाले दो से चार हफ़्तों तक रह सकते है |मंकीपॉक्स के निम्नलिखित लक्षण है-

1-बुखार |

2-तेज सर दर्द |

3-मांसपेशियों में दर्द तथा कमजोरी |

4-लिम्फ नोड्स में सूजन |

5-थकान |

6-चेहरे तथा शरीर पर दाने या छाले |

7-गले में खराश |

मंकीपॉक्स का खतरा किसको-

इस वायरस से सबसे अधिक खतरा निम्नलिखित लोगों को होता है-सबसे पहले सेक्सुअली एक्टिव लोग विशेषकर वह लोग जो मल्टीपल पार्टनर के साथ सेक्सुअल कांटेक्ट रखते है |इसके बाद हेल्थ वर्कर्स जो संक्रमित लोगों के कांटेक्ट में आते है उन्हें भी इस वायरस से ज्यादा खतरा है |साथ ही साथ गर्भवती महिलायें और बच्चे भी हाई रिस्क कैटेगरी में आते है |

मंकीपॉक्स का इलाज-

अभी तक मंकीपॉक्स का कोई विशेष इलाज नहीं है लेकिन कुछ वैक्सीन जरुर है जैसे- Jynneos वैक्सीन यह विशेषकर मंकीपॉक्स के लिये बनाई गई है |दूसरी वैक्सीन ACAM2000 है जोकि पहले स्माल पॉक्स के इलाज के लिये प्रयोग में लायी जाती थी लेकिन मंकीपॉक्स के लिये भी काम कर सकती है |

विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा दूसरे ग्लोबल हेल्थ ऑर्गनाइजेशन भी इस वायरस को कंट्रोल करने के लिये काम कर रहे है |वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाई जा रही है तथा जागरूकता अभियान चलाये जा रहे है |

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मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय-

1-मंकीपॉक्स से बचाव के लिये संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें|

2-बार-बार हाथ धोएं विशेषकर सार्वजनिक स्थानों से आने के बाद |

3-यदि आप संक्रमित है तो स्वयं को आइसोलेट कर लें |

4-सुरक्षित यौन संबंध ही बनाये |

5-इसके साथ ही जानवरों से कांटेक्ट करते वक़्त सावधानी |

6-विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें |

7-अपने आस-पास सफाई तथा स्वच्छता बनाये रखे |

8-लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह ले |

9-मंकीपॉक्स से पीड़ित है तो वैक्सीन लगवाए |

मंकीपॉक्स का उपचार-

मंकीपॉक्स वायरस का अभी कोई विशिष्ट उपचार उपलब्ध नहीं है |उपचार प्रमुख रूप से लक्षणों को कम करने तथा उनकी जटिलताओं को रोकने पर आधारित होता है |मंकीपॉक्स पॉक्स वायरस की फैमिली से संबंधित है जोकि स्माल पॉक्स की तरह दिखते है |ऐसे में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर स्माल पॉक्स की वैक्सीन लगवाई जा सकती है |

FAQ-

1-मंकीपॉक्स वायरस क्या है ?

मंकीपॉक्स या MPOX एक वायरस है जो पॉक्स वायरस की फैमिली से आता है |

2-मंकीपॉक्स सर्वप्रथम कहाँ मिला ?

इसका नाम मंकीपॉक्स इसलिए पड़ा क्योंकि यह पहली बार 1958 में मंकी कॉलोनी में देखा गया था |जबकि मानव में इसका पहला केस 1970 में लोकतान्त्रतिक गणराज्य कांगों में देखा गया था |

3-मंकीपॉक्स केवल बंदरों से फैलता है ?

नहीं |यह वायरस सिर्फ बंदरों में ही नहीं बल्कि चूहों, गिलहरियों तथा दूसरे छोटे जानवरों में भी पाया जाता है |

4-मंकीपॉक्स से सर्वाधिक प्रभावित लोग कौन है ?

हेल्थ वर्कर्स, गर्भवती महिलायें और बच्चे |

5-मंकीपॉक्स कैसे फैलता है ?

यह जानवरों से इंसानों तथा इंसानों से इंसानों में फैलता है|

6-मंकीपॉक्स के सामान्य लक्षण क्या है ?

बुखार, तेज सर दर्द, मांसपेशियों में दर्द कमजोरी तथा लिम्फ नोड्स में सूजन |

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